आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं, तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान हैं..!!
न पूछो ज़माने को क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं..!!
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है, इसीलिए मेरा भारत महान है..!!
चूमा था वीरों ने फांसी का फंदा, यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में..!! Shayari Desh Bhakti
चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो, लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो..!!
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं, सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं..!!
वतन की सर बुलंदी में, हमारा नाम हो शामिल, गुजरते रहना है हमको सदा ऐसे मुकामो से..!!
सीने में ज़ुनू, ऑखों में देंशभक्ति की चमक रखता हुँ, दुश्मन की साँसें थम जाए, आवाज में वो धमक रखता हुँ..!!
सीने में ज़ुनू, ऑखों में देंशभक्ति की चमक रखता हुँ, दुश्मन की साँसें थम जाए, आवाज में वो धमक रखता हुँ..!!
उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं, जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं..!!
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा, हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलसिता हमारा..!!
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा, मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा..!!
हम आजादी तभी पाते हैं, जब अपने जीवित रहने के अधिकार का पूरा मूल्य चुका देते हैं..!!
हम आजादी तभी पाते हैं, जब अपने जीवित रहने के अधिकार का पूरा मूल्य चुका देते हैं..!!
भूख, गरीबी, लाचारी को, इस धरती से आज मिटायें, भारत के भारतवासी को उसके सब अधिकार दिलायें, आओ सब मिलकर नये रूप में गणतंत्र मनायें..!!
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये, रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये, दिल एक है जान एक है हमारी, हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी..!!
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं..!!
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए, बस अमन से भरा यह वतन चाहिए, जब तक जिन्दा रहूं इस मातृ-भूमि के लिए, और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये..!!
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे, शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे, बची है जो एक भी बूंद लहू की तब तक, भारत का आँचल नीलाम ना होने देंगे..!!
इंडियन होने पर करिए गर्व, मिल के मनाएं लोकतंत्र का पर्व, देश के दुश्मनों को मिलके हराओ, घर घर पर तिरंगा लहराओ..!!
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मर मिटने वालों का बाकी यही निशां होगा..!!
भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले, हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले..!!
भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले, हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले..!!
आओ झुक कर सलाम करे उनको जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है, खुशनसीब है वो खून जो देश के काम आता है..!!
मिटा दिया है वजूद उनका जो भी इनसे भिड़ा है, देश की रक्षा का संकल्प लिए जो जवान सरहद पर खड़ा है..!!
जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है..!!
मैं भारत का शांति प्रिय सिपाही हूँ, किसी कुत्ते की मौत आयी है तो शांति भंग करके देखो..!!
जो व्यक्ति दिन और रात परमात्मा का ध्यान करता, उसके लिए मै स्वयं को बलिदान करता..!!
दिल से मर कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फ़त, मेरे मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी..!!
भारत माँ की जय कहना, अपना सौभाग्य समझता हूँ अपना जीना मरना अब सब तेरे नाम ऐ “तिरंगा” करता हूँ भारत माता की जय !!
लड़े जंग वीरों की तरह, जब खून खौल फौलाद हुआ | मरते दम तक डटे रहे वो, तब ही तो देश आजाद हुआ ||
मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ, मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है अपने खूं से जिस जमीं को सींचा उन बहादुरों को सलाम है..
खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं, मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं, करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों, तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है…